Tag: नौमीड्य तेऽभ्रवपुषे तडिदम्बराय गुञ्जावतंसपरिपिच्छलसन्मुखाय । वन्यस्रजे कवलवेत्रविषाणवेणु- लक्ष्मश्रिये मृदुपदे पशुपाङ्गजाय ॥ १ ॥

Brahmakrit Shri Krishna Stuti with English meaning (Shrimadbhagavatam)

Brahmakrit Shri Krishna Stuti | ब्रह्मा जी के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति| ब्रह्मा जी के द्वारा भगवान की स्तुति | श्री कृष्ण द्वारा ब्रह्मा जी का मोह भंग| श्रीमदभागवतम…

ब्रह्मा जी द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति ( श्रीमदभागवतम )

ब्रह्मा जी के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति| ब्रह्मा जी के द्वारा भगवान की स्तुति | श्री कृष्ण द्वारा ब्रह्मा जी का मोह भंग| श्रीमदभागवतम दशम स्कंध , अध्याय 14|…

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